B.Ed New Course Good News: शिक्षक बनने का सपना देखने वाले विद्यार्थियों के लिए एक सुखद खबर सामने आ रही है। 10 साल बाद एक बार फिर से राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (NCTE) ने शैक्षणिक सत्र 2026-27 से बी.एड और एम.एड के पाठ्यक्रम को 1 वर्ष का करने का निर्णय लिया है। वर्ष 2014 से इस पाठ्यक्रम को 2 वर्ष का किया गया था।
क्या 2 वर्षीय B.Ed कोर्स बंद होगा?
राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (NCTE) के अध्यक्ष पंकज अरोड़ा ने सूचना जारी कर बताया की NCTE ने 1 वर्षीय B.Ed और M.Ed कार्यक्रम शुरू किया है। लेकिन इसके साथ साथ 2 वर्षीय B.Ed कार्यक्रम भी जारी रहेगा। एक वर्षीय कार्यक्रम फूल टाईम के लिए रहेगा जबकि दो वर्षीय पार्ट टाइम पाठ्यक्रम के रूप में लागू किया जाएगा।
1 वर्षीय B.Ed या M.Ed कौन कर सकेगा?
इनसीटीई के नियमों के अनुसार जिसने 4 वर्षीय ग्रेजुएट या पोस्ट ग्रेजुएट कार्यक्रम पूर्ण किया होगा वहीं विद्यार्थी 1 वर्षीय B.Ed कार्यक्रम करने के योग्य माना जाएगा। इनसीटीई के अनुसार 3 वर्षीय ग्रेजुएट या पोस्ट ग्रेजुएट कार्यक्रम पूर्ण करने वाले विद्यार्थियों के लिए 2 वर्षीय B.Ed कार्यक्रम जारी रहेगा।
एक वर्षीय पाठ्यक्रम पूर्णकालिक पाठ्यक्रम के रूप में रहेगा। जबकि कामकाजी या पेशेवर विद्यार्थियों के लिए दो वर्षीय पाठ्यक्रम पार्ट टाइम पाठ्यक्रम के विकल्प स्वरूप रहेगा।
क्यों किया गया B.Ed पाठ्यक्रम में बदलाव?
राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (NCTE) के अध्यक्ष पंकज अरोड़ा के अनुसार यह बदलाव राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (NEP 2020) के प्रारूप के अनुरूप है। इसके साथ साथ अनुशासन को सुचारू रूप से बनाने के लिए भी एक वर्षीय कार्यक्रम को शुरू किया जा रहा है।
अरोड़ा के अनुसार एकीकृत शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम (ITEP) को शैक्षणिक सत्र 2023-24 में कुछ चुनिंदा महाविद्यालयों में शुरू किया गया था, जिसे अब शैक्षणिक सत्र 2025-26 से सभी महाविद्यालयों में शुरू करने की पेशकश की जा रही है। इस एकीकृत शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम (ITEP) में संस्कृत, योग, शारीरिक शिक्षा और कला शिक्षा भी शामिल की जा रही है।